30 जनवरी को भाकपा माले एवं अन्य संगठनों द्वारा किसानों के समर्थन में लगाया जाएगा मानव श्रृंखला - शिव सागर शर्मा
शेखपुरा में अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ, केंद्र सरकार से किसान विरोधी तीनों काला कानून वापस लेने की मांग
धरने पर बैठे किसान समर्थक |
शेखपुरा।। अखिल भारतीय किसान महासभा शेखपुरा जिला कमेटी की ओर से जिला मुख्यालय के सामने किसानों का अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ हो गया। धरने की अध्यक्षता किसान महासभा के जिला सचिव कमलेश कुमार मानव ने किया किसान धरने को संबोधित करने के लिए अखिल भारतीय किसान महासभा सहित भाकपा माले के प्रमुख नेता गन जिला सचिव विजय कुमार विजय, कमलेश प्रसाद, रामकिशुन सिंह, राजेश कुमार राय, तेतरी देवी सहित दर्जनों किसान धरने पर मौजूद थे धरने के मुख्य वक्ता कामरेड शिव सागर शर्मा ने अपने संबोधन में कहा दिल्ली में लाखों की संख्या में किसान संघर्ष के मैदान में डटे हुए हैं, केंद्र सरकार लगातार वार्ता का नाटक कर रही है इस दौरान 6 दर्जन किसान शहीद हो चुके हैं और नरेंद्र मोदी और नीतीश सरकार अपने तानाशाही रवैया जारी रखते हुए असंवेदनशील और एक निर्दई सरकार साबित हुई है उन्होंने कहा पूरे दुनिया में नरेंद्र मोदी की सरकार सबसे निकृष्ट सरकार साबित हुई है, श्री शर्मा ने कहा तीनों कृषि काला कानून लाकर मोदी सरकार संपूर्ण कृषि क्षेत्र को अडानी और अंबानी के हाथों सुपुर्द कर देना चाहती है और किसानों को गुलाम बनाने की साजिश की जा रही है अभी तक एमएसपी को लागू करने और इसे कानूनी दर्जा देने की मांग चिर प्रतीक्षित मांग है सरकार इससे भी हट रही है प्राइवेट मंडियों को स्थापित करके सरकारी मंडियां समाप्त करके किसानों के लूट का मार्ग प्रशस्त करना चाहती है कालाबाजारी ओं को अकूत भंडारण करने की अधिकार देकर सरकार सरकारी खरीद से भी हाथ खींच लेना चाहती है अगर ऐसा किया गया तो जन वितरण प्रणाली भी बंद हो जाएगा और गरीबों को भूखे मरने की नौबत आ जाएगी और दूसरी तरफ यह बड़े व्यापारी मनमाने दाम पर कृषि उत्पाद को भेजेंगे ऐसी सूरते हाल में किसानों को आर पार की लड़ाई लड़ने के अलावा कोई चारा नहीं है उन्होंने कहा कि हम लोगों को मौत के गले लगाना मंजूर है मगर आंदोलन वापस लेना मंजूर नहीं हम लगातार लड़ेंगे और और तब तक लड़ेंगे जब तक की जीत नहीं जाते उन्होंने यकीन दिलाया कि किसानों की जीत अवश्य संभावी है और लोकतंत्र के गला घोटने वाले मोदी सरकार को जाना होगा।
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